रामनगर बाराबंकी। लोधेश्वर महादेवा के सांस्कृतिक मंच पर तीसरे दिन क्षेत्रीय कवि सम्मेलन का ब्लाक प्रमुख संजय तिवारी और नायब तहसीलदार विजय प्रकाश तिवारी ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलित एंव माल्यापर्ण कर श्री गणेश किया।जिसकी अध्यक्षता कवि मदन बिहारी और संचालन डा शर्मेश शर्मा ने किया।जिसकी शुरुवात मां के इस गीत से ज्ञान की ममतामयी मंदाकिनी ने वर दिया है कवि साहब शरण ने की।कवि रणधीर सिह ने कुछ यू वाह वाही बटोरी चाहते थे वफा पर जफा हो गयी।हार स्वीकार करो मत यह कहो कि ईवीएम बेवफा हो गयी।कवि मनोज मिश्र शीत ने महोत्सव की सुन्दर व्यवस्थाओ का बखान करते सुनाया कि प्रशासन मुस्तैद जुटा अमला सरकारी मेला महादेवा मा महोत्सव है भारी बिन्दुवार वर्णन किया। कवि उपेन्द्र सिह नादान ने बेटियो को स्वभाव की जब भी खर्च बडा मुझ पर आ जाये गुल्लक अपना फोडने लगती है बेटी को श्रोताओ ने जमकर सराहा।कवि हरिहर दत्त पांडे ने प्रेम की परिभाषा को रेखाचित्र करते हुये कुछ यू कहा कि मौन है प्रेम की भाषा जिसे नानक ने जाना था जमकर सराहना हुई।कवि प्रमोद कुमार पंकज ने कहा कि खोल शब्द कोष दोष अवधी का दूरि कर वंदन हम करत कवि मृगेश को अवधी के महान कवि की धरा का परिचय कराया। वरिष्ट कवि जगन्नाथ निर्दोष के इस गीत जब लडिका पहन लिहिन खादी पढ़ाई को करिहै डाक्टर बनि गये आंतकवादी दवाई को करिहै को काफी सराहना मिली कवियत्री लता श्रीवास्तव का यह गीत हर बेटी बने सीता बेटा राम हो जाये श्रोताओ को मन्त्र मुग्ध कर गया।कवि आकाश उमंग,शिवेश राजा,सुनील झंझरी,नरायन सिंह,रोहित सिरफिरा, अयोध्या अवस्थी, सुधाकर दीक्षित,गोपाल त्रिपाठी,हर्ष प्रधान सहित करीब तीन दर्जन स्थानीय कवियो ने काव्य पाठ कर श्रोताओ को मन्त्र मुग्ध कर किया।

